
दिल्ली ने कई प्रभावशाली नेताओं को देखा है, लेकिन रेखा गुप्ता का चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में चयन राजनीति में एक ऐतिहासिक क्षण है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की समर्पित नेता रेखा गुप्ता ने छात्र राजनीति से लेकर पार्षद और फिर मुख्यमंत्री बनने तक का सफर तय किया है। उनका यह सफर मेहनत, संकल्प और मजबूत नेतृत्व का उदाहरण है, खासकर एक ऐसे शहर में जहां राजनीति हमेशा तीव्र प्रतिस्पर्धा से भरी रही है।
मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके सामने कई बड़ी चुनौतियाँ हैं, जिनमें प्रदूषण, ट्रैफिक, महिलाओं की सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं का विकास शामिल है। उनकी अगुवाई में दिल्ली को क्या नए बदलाव देखने को मिल सकते हैं? उनका राजनीतिक दृष्टिकोण और योजनाएँ क्या हैं? आइए, उनके जीवन, करियर और दिल्ली के लिए उनकी सोच को विस्तार से समझते हैं।
1. परिचय
रेखा गुप्ता, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता, ने दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। उनका राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू होकर मुख्यमंत्री पद तक पहुंचा है, जो उनके दृढ़ संकल्प और नेतृत्व क्षमता का प्रमाण है।
2. प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जुलाना उपमंडल के नंदगढ़ गांव में जन्मी रेखा गुप्ता का परिवार उनके पिता की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में नौकरी के कारण 1976 में दिल्ली स्थानांतरित हो गया। दिल्ली में ही उनकी शिक्षा-दीक्षा हुई, जहां उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
3. छात्र राजनीति में सक्रियता
रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की। 1996-97 में, वे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष चुनी गईं, जहां उन्होंने छात्र मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाया और नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन किया।
4. पार्षद के रूप में कार्यकाल
2007 और 2012 में, रेखा गुप्ता उत्तरी पीतमपुरा (वार्ड 54) से निगम पार्षद चुनी गईं। इस दौरान, उन्होंने अपने क्षेत्र में पुस्तकालयों, पार्कों और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास पर विशेष ध्यान दिया, जिससे समुदाय में उनकी लोकप्रियता बढ़ी।
5. मेयर पद की उम्मीदवार
2022 में, भाजपा ने रेखा गुप्ता को दिल्ली नगर निगम के मेयर पद के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया। हालांकि, वे आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार शेली ओबेरॉय से यह चुनाव हार गईं, लेकिन उनकी नेतृत्व क्षमता और समर्पण की व्यापक सराहना हुई।
6. विधायक बनने का सफर
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में, रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार बंदना कुमारी को हराकर विधायक बनीं। यह जीत उनके निरंतर प्रयासों और जनता के बीच मजबूत पकड़ का परिणाम थी।
7. मुख्यमंत्री पद की ओर कदम
विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद, पार्टी नेतृत्व ने रेखा गुप्ता को दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में चुना। उनका चयन महिला सशक्तिकरण और संगठन में उनकी मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
8. राजनीतिक दृष्टिकोण और प्राथमिकताएँ
रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक जीवन में महिला कल्याण, शिक्षा सुधार और सामुदायिक विकास पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने अपने क्षेत्र में स्विमिंग पूल, जिम, पुस्तकालय और सामुदायिक हॉल जैसी सुविधाओं की स्थापना की है। साथ ही, महिलाओं और बच्चों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन और महिला भ्रूण हत्या व बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता अभियानों का संचालन किया है।
9. चुनौतियाँ और आगामी योजनाएँ
मुख्यमंत्री के रूप में, रेखा गुप्ता के सामने दिल्ली की ट्रैफिक, प्रदूषण, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियाँ हैं। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए कदम उठाने, बुनियादी ढांचे में सुधार और शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव करने का संकल्प लिया है।
10. व्यक्तिगत जीवन
रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले के नंदगढ़ गांव में हुआ था। उनके पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर थे, जिसके चलते उनका परिवार दिल्ली में बस गया। उनकी शादी 1998 में मनीष गुप्ता से हुई, जो स्पेयर पार्ट्स के व्यवसाय से जुड़े हैं।
11. भाजपा में महिला नेतृत्व
रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री बनना भाजपा में महिला सशक्तिकरण
रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री बनना महिला सशक्तिकरण और दृढ़ नेतृत्व का प्रतीक है। उनके संघर्ष, समर्पण और राजनीतिक सूझबूझ ने उन्हें इस ऊँचाई तक पहुँचाया है। दिल्ली की जनता उनसे बेहतर प्रशासन, बुनियादी ढांचे के विकास और महिलाओं की सुरक्षा के लिए नई उम्मीदें रखती है। उनके नेतृत्व में दिल्ली को नई ऊँचाइयों तक पहुँचते देखना उत्साहजनक होगा।
हम आशा करते हैं कि वे अपने अनुभव और विचारशील नीतियों से राजधानी को एक और प्रगतिशील, सुरक्षित और समृद्ध शहर बनाएँगी। नई दिल्ली की नई मुख्यमंत्री को उनके कार्यकाल के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ! 💐